"अक्से खुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई.... और बिखर जाउ तो मुझको न समेटे कोई..!
Popular Posts
-
Dil k tutne pr b hasna, Shayad JINDADILI isi ko kahte hain.. Thokar lagne pr b manjil tk bhatakna, Shayad TALASH isi ko kahte hain.. ...
-
टुकड़े-टुकड़े दिन बीता, धज्जी-धज्जी रात मिली जिसका जितना आँचल था, उतनी ही सौगात मिली रिमझिम-रिमझिम बूँदों में, ज़हर भी है और अमृत भी आँख...
-
न मंदिर में सनम होते, न मस्जिद में खुदा होता हमीं से यह तमाशा है, न हम होते तो क्या होता
-
मेरी आँखों में आसू, फिर भी होंठो पे मुस्कान क्यूँ है ? क्यूँ दुहरी ज़िन्दगी जीते है हम, आंखिर हर कोई परेशान क्यूँ है ? गुलशन है अगर सफ़र...
-
Mein bnata hu toh ban ban ke bigad jaati hai zindgi mein teri tasveer banao kaise mein khiza hu mere daman mein koi phool nai tere hothon...
-
khumaar-e-gum hai mahakti fiza mein jeete hai tere khayal ki aab-o- hawa mein jeete hai... bade ittefaq se milte hai milne wale mujhe woh m...
-
यह सोच कर आँखों मैं छुपा लेते हैं आंसू .. गिर कर यह मेरी आँख से मेरी तरह तनहा न हो जाये …!! !
-
"अक्से खुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई.... और बिखर जाउ तो मुझको न समेटे कोई..!
-
kuch apni kuch aapki: hi, : "'अक्से खुशबू हूँ बिखरने से न रोके कोई.... और बिखर जाउ तो मुझको न समेटे कोई..!"
No comments:
Post a Comment